...

5 views

नारी ( कविता )
नारी
नारी है तो प्यारी है
प्यारी है इसलिए क्योकि वो नारी है ।
माँ की ममता अपार है
बहन है वो गले का हार है ।
प्रेमिका ही है जिसकी काया पर दुनिया हमने वारी है
बीबी है जो देखभाल करती हमारी है ।
नारी ने हर रूप मे जिंदगी सँवारी हमारी है
यहीं सरस्वती यहीं लक्ष्मी इसकी महिमा न्यारी है । GChawla
© All Rights Reserved