मेरे अल्फ़ाज़ और हकीकत(such a great poem by my heart)
लिखने का हुनर नहीं पर शौक रखते हैं,
हर वक्त अपने आस पास कागज कलम रखते हैं।
घंटों ना सही पर मिनटों में लिखते हैं,
अच्छा ना सही पर बुरा भी नहीं लिखते हैं,
लिखने का हुनर नहीं पर शौक रखते हैं।
अपने एहसास को कुछ ऐसे पिरोया है
हमने,
मानो कई कविता, कहानियां, किस्से
कहे हो हमने,
सोचते-सोचते कुछ ना कुछ आ जाता हैं
दिल में
लिखते-लिखते बहुत कुछ आ जाता है
दिल में,
इसलिए तो हर वक्त अपने आस पास
कागज कलम रखते हैं,
लिखने का हुनर नहीं पर शौक रखते हैं
अल्फ़ाज़ छोटे हैं हमारे पर एहसास बड़े रखते हैं,
पंक्तियां छोटी हैं हमारी पर अर्थ बड़े रखते हैं,
सोचते-सोचते बहुत कुछ समझ लिया हमने
लिखते-लिखते बहुत कुछ सीख लिया हमने
इसलिए तो लिखने का हुनर नहीं पर शौक रखते हैं
हर वक्त अपने आस पास कागज कलम रखते हैं।
© Monika#mona_realwords...realfeelings...@mona_24
हर वक्त अपने आस पास कागज कलम रखते हैं।
घंटों ना सही पर मिनटों में लिखते हैं,
अच्छा ना सही पर बुरा भी नहीं लिखते हैं,
लिखने का हुनर नहीं पर शौक रखते हैं।
अपने एहसास को कुछ ऐसे पिरोया है
हमने,
मानो कई कविता, कहानियां, किस्से
कहे हो हमने,
सोचते-सोचते कुछ ना कुछ आ जाता हैं
दिल में
लिखते-लिखते बहुत कुछ आ जाता है
दिल में,
इसलिए तो हर वक्त अपने आस पास
कागज कलम रखते हैं,
लिखने का हुनर नहीं पर शौक रखते हैं
अल्फ़ाज़ छोटे हैं हमारे पर एहसास बड़े रखते हैं,
पंक्तियां छोटी हैं हमारी पर अर्थ बड़े रखते हैं,
सोचते-सोचते बहुत कुछ समझ लिया हमने
लिखते-लिखते बहुत कुछ सीख लिया हमने
इसलिए तो लिखने का हुनर नहीं पर शौक रखते हैं
हर वक्त अपने आस पास कागज कलम रखते हैं।
© Monika#mona_realwords...realfeelings...@mona_24