मुझे मंजुर है
आसमान की ऊचाईयों को छूना,
मुझे मंजुर है।
पाताल में डूबकर दिखाना,
मुझे मंजुर है।
पेड़ की तरह हरदम खड़े रहना,
मुझे मंजुर है।
पतियों जैसे सूखकर गिरना,
मुझे मंजुर...
मुझे मंजुर है।
पाताल में डूबकर दिखाना,
मुझे मंजुर है।
पेड़ की तरह हरदम खड़े रहना,
मुझे मंजुर है।
पतियों जैसे सूखकर गिरना,
मुझे मंजुर...