हाँ मैं भी जिंदगी जीना चाहता हूं
हाँ मैं भी जिंदगी जीना चाहता हूं
लगता है कैसा बेफिक्री के नशे में
........बेफिक्र होकर शराब भी पीना चाहता हूँ
ये जिम्मेदारियों ने ही तो रोक रखा है ..
अब बस आग लगा दी इम्तहानों की
और बेहया बन खुद को झोंक रखा है।
नींद नहीं...
लगता है कैसा बेफिक्री के नशे में
........बेफिक्र होकर शराब भी पीना चाहता हूँ
ये जिम्मेदारियों ने ही तो रोक रखा है ..
अब बस आग लगा दी इम्तहानों की
और बेहया बन खुद को झोंक रखा है।
नींद नहीं...