काफी दिन हो गए हैं...!
तुमसे मिले हुए, कुछ यूँ ही मन की बात करते हुए..
कुछ ऐसे ही पल में संग- संग जीते हुए
अब तो काफी दिन हो गए हैं...!
मिलन की चाह और , शाम को टेहलने के वो बहाने
दो दिलों का वो चुपके से मिलना, सबके नज़रों से एक...
कुछ ऐसे ही पल में संग- संग जीते हुए
अब तो काफी दिन हो गए हैं...!
मिलन की चाह और , शाम को टेहलने के वो बहाने
दो दिलों का वो चुपके से मिलना, सबके नज़रों से एक...