...

11 views

एक पन्ना मेरी डायरी का
सोचा ना था कभी एक ऐसा भी एहसास होगा दिल को,
क्या नियति का सृजन मुझे भी खींच लेगा ,
अपनी मोहक दुनिया में ,

अनजाने में कहूं या फिर इत्तेफाक कहूं इसे
जो मेरा मन भी मझधार में है कब क्यों कैसे महसूस हुआ कुछ अलग सा ?

मन में...