राम सा तुम बन के दिखाओ
शीर्षक:राम सा तुम बनके दिखाओ
बन सको अगर जीवन में तो
राम सा तुम बनकर दिखाओ
चलो मर्यादा की परिपाटी पर
चेहरे से सहज भाव झलकाओ
राम सा तुम ...........।।।।
अगर कर सको तो करो कोशिश
रोको चलते मन के तुम अंतर्द्वंद
शांत सरल भाव रख हृदय में
आंखों से शीतलता बरसाओ
राम सा तुम.................!
जीवन एक समर भूमि है स
ंघर्षों से...
बन सको अगर जीवन में तो
राम सा तुम बनकर दिखाओ
चलो मर्यादा की परिपाटी पर
चेहरे से सहज भाव झलकाओ
राम सा तुम ...........।।।।
अगर कर सको तो करो कोशिश
रोको चलते मन के तुम अंतर्द्वंद
शांत सरल भाव रख हृदय में
आंखों से शीतलता बरसाओ
राम सा तुम.................!
जीवन एक समर भूमि है स
ंघर्षों से...