शरीफो की महफ़िल
आज की शरीफों की महफिल में गिबत आम सी बन गई है ,
खुद के गिरेबान में बदनुमा दाग लगे हैं फिर भी गैरों को नीचा दिखाने का मौका भला यहां कौन ही चुकता है ।
मिट्टी का मोजस्समा है कल मिट्टी में मिल जाएगा फिर गुमान किस बात का ये करते हैं ,
जिस्म बेचने वाली औरतों को तो सभी गंदी नजरों से देखते हैं ,
ना जाने इन्हें लोग कितने गंदे नामों से पुकारते हैं।
मगर जिसने इन्हें किया है गंदा वो शरीफ बन पूरी दुनिया में आजादी से फिरते हैं।
घर में बीवी को धोखा देकर ये उन औरतों से रातों को मिलते हैं।
ऐसे...
खुद के गिरेबान में बदनुमा दाग लगे हैं फिर भी गैरों को नीचा दिखाने का मौका भला यहां कौन ही चुकता है ।
मिट्टी का मोजस्समा है कल मिट्टी में मिल जाएगा फिर गुमान किस बात का ये करते हैं ,
जिस्म बेचने वाली औरतों को तो सभी गंदी नजरों से देखते हैं ,
ना जाने इन्हें लोग कितने गंदे नामों से पुकारते हैं।
मगर जिसने इन्हें किया है गंदा वो शरीफ बन पूरी दुनिया में आजादी से फिरते हैं।
घर में बीवी को धोखा देकर ये उन औरतों से रातों को मिलते हैं।
ऐसे...