बेईमानी दिल की...
इस बेईमान दिल के सहारे अब और कब तक जिया जाए,
इससे तो अच्छा है कि दिमाग को एहमियत दिया जाए।
दिल और दिमाग के खेल में अब तक दिल जीतता आया है,
क्यों ना इस बार इस कीमती दिमाग को जिता दिया जाए।
देखो दिल को इतना संभालने के बाद भी मचल...
इससे तो अच्छा है कि दिमाग को एहमियत दिया जाए।
दिल और दिमाग के खेल में अब तक दिल जीतता आया है,
क्यों ना इस बार इस कीमती दिमाग को जिता दिया जाए।
देखो दिल को इतना संभालने के बाद भी मचल...