हसीं होनी चाहिए
जिंदगी की आखरी साँस एसी होनी चाहिए,
मौत खड़ी हो सामने और होंठों पर हसीं होनी चाहिए।
निकले हो तुम पार करने दरिया-ए-दुनिया को,
हाथों में भले रखो तलवार मगर होठों पर हसीं होनी चाहिए।
मिले तुम्हें जमाने भर के ग़म सभी दोस्तों से,
दिल में हो लाख ख़लिश मगर होठों पर हसीं होनी चाहिए।
मिल जाएं सनम संगदिल...
मौत खड़ी हो सामने और होंठों पर हसीं होनी चाहिए।
निकले हो तुम पार करने दरिया-ए-दुनिया को,
हाथों में भले रखो तलवार मगर होठों पर हसीं होनी चाहिए।
मिले तुम्हें जमाने भर के ग़म सभी दोस्तों से,
दिल में हो लाख ख़लिश मगर होठों पर हसीं होनी चाहिए।
मिल जाएं सनम संगदिल...