क़िस्मत ही फूटी निकली
तेरे इश्क़ की ज़ंजीर ही, टूटी निकली
मिलते कैसे, क़िस्मत ही फूटी निकली
इश्क सच्चा तो कायनात साथ देती है
बुजर्गों की सब कहावतें झूठी निकली
भौंकने लगा कुत्ता मेरा कुछ...
मिलते कैसे, क़िस्मत ही फूटी निकली
इश्क सच्चा तो कायनात साथ देती है
बुजर्गों की सब कहावतें झूठी निकली
भौंकने लगा कुत्ता मेरा कुछ...