तुम बिन
तुम बिन दिल लगता नहीं
भरी मेहफील में भी मैं
खुद को अकेला पाता हूँ,
ना जाने किस गली चला जाता हूँ,
शोर तो बहुत है मगर मैं
खामोश ही रह जाता हूँ,
तेरी तस्वीर लिए इन
आँखों में ना जाने इस भीड़ में
कहाँ खो जाता हूँ,
रूह से...
भरी मेहफील में भी मैं
खुद को अकेला पाता हूँ,
ना जाने किस गली चला जाता हूँ,
शोर तो बहुत है मगर मैं
खामोश ही रह जाता हूँ,
तेरी तस्वीर लिए इन
आँखों में ना जाने इस भीड़ में
कहाँ खो जाता हूँ,
रूह से...