गणतंत्र दिवस 2021
मां के बेटे कहलाते हो, हलधर मेरे किसान रे
क्या हुआ तुझे जो भूला, मातृभूमि का निशान रे
क्या हुआ तुझे गलती कर बैठा, अपना शीश झुकाया रे
तीन रंग में एक रंग तेरा, क्यों न्यारा तूने लहराया रे
हक़...
क्या हुआ तुझे जो भूला, मातृभूमि का निशान रे
क्या हुआ तुझे गलती कर बैठा, अपना शीश झुकाया रे
तीन रंग में एक रंग तेरा, क्यों न्यारा तूने लहराया रे
हक़...