...

6 views

मेरी मां
जितना झुकता हूं तेरी चरणों में।
उठ जाता हूं खुद की नजरो में।।
रेंगते रेंगते न जाने कब खड़ा हो गया।
तेरी ममता में न जाने कब बड़ा हो गया।।
तेरी ममता का कोई मोल नहीं ।
तेरे जैसा कोई और नहीं।।
तू ही मंजिल मेरी ।
तू ही संसार मेरी।।
बाहरी दुनिया जब करती मुझपर वार।
तू भी तुम...