...

2 views

साथ मेरे
जब तुम न होती साथ मेरे,
तेरी यादों का ख़्याल साथ होता सदा मेरे,
करता हूँ ढेर सारी बाते उनसे,
कुछ तेरे मन की कुछ मन की मेरे।
यूँ ही प्यार में बीत जाए यह उमर,
ऐसे अरमान है तेरे संग अब मेरे।
तुझ पर दुखों की आंच न आये,
सारे सुख तुझ पर बरसे मेरे।
तेरी शरारतें और दबे होठो हंसी,
प्यार को परवान चढ़ाती अब मेरे।
जब तुम न होती साथ मेरे,
तेरी यादों का ख़्याल साथ होता सदा मेरे।

तुझे पाने अपनाने की चाह है मन मे मेरे,
हर खुशियों दूं तुझे यही कामना है मन मे मेरे।
एक पल का दीदार की चाह है,
तू ख्याल रखना मन का मेरे।
तू संग है जीवन मे जब से,
जीवन मे आया निखार मेरे।
तेरा यह प्रेम समर्पण मेरे लिए,
सार्थक करता प्रेम को मेरे।
जब तुम न होती साथ मेरे,
तेरी यादों का ख़्याल साथ होता सदा मेरे।
संजीव बल्लाल १६/५/२०२३
© BALLAL S