सब अधूरा ही रह गया
मैंने सोचा था एक किताब लिखूँगी,
जिसमें दर्द बेहिसाब लिखूँगी.....
बुनकर जिसमें कोई खूबसूरत ख़्वाब...
जिसमें दर्द बेहिसाब लिखूँगी.....
बुनकर जिसमें कोई खूबसूरत ख़्वाब...