मशहूर हो रही है.....!!
आज सिमट गया मेरा दर्द भी चंद अल्फाज़ो में ! ये खामोशियां इस तरह जो इतनी मशहूर हो रही है.....,
सुना है जानी चेहरे बदल जाए तो कोई तकलीफ नहीं !
ये लोगो के बदलते लेहज़े से मुझे तकलीफ़ खूब हों रही है......
इतनी बदसलूकी न कर ए ज़िन्दगी तू मेरे साथ...!
मैं खुद के हालातों से बेबस हु, सब कुछ हार गई अब ये चाहत जीत जाने की...
सुना है जानी चेहरे बदल जाए तो कोई तकलीफ नहीं !
ये लोगो के बदलते लेहज़े से मुझे तकलीफ़ खूब हों रही है......
इतनी बदसलूकी न कर ए ज़िन्दगी तू मेरे साथ...!
मैं खुद के हालातों से बेबस हु, सब कुछ हार गई अब ये चाहत जीत जाने की...