मुझसे सुंदर कौन है
मुझसे सुंदर कौन है,
मुझसे सुंदर कौन है
वो जो तेरी सुंदर छवि मन में बसाई
मेरे ही तो खयाल हैं।
तूने जो बात अपने जरूरत के हिसाब से कही
मन सच समझ बैठा, और
उन बातों को काल्पनिक दुनिया में
जीकर वो महक उठा
तो सुंदर तो खयाल ही थे
मुझसे सुंदर कौन है?
एक ख्वाब जो कल्पनाओं के शहर में,
तेरा हांथ थाम के पिरोया था
हकीकत जुदा निकली उससे,
उनने तो सिर्फ जुबान ही खोया था,
कह दिया आसानी से
हां तब कहा था, अब नही कर सकते
जरा सी तो बात है
कत्ल भावनाओं का ही तो किया है।
रे पागल! क्यों बैठा इस बात पे,
गिरवी जमीर ही तो रखी थी
क्या कीमत है इस चीज की
देखो वक्त भी बदल गया
तो हैसियत...
मुझसे सुंदर कौन है
वो जो तेरी सुंदर छवि मन में बसाई
मेरे ही तो खयाल हैं।
तूने जो बात अपने जरूरत के हिसाब से कही
मन सच समझ बैठा, और
उन बातों को काल्पनिक दुनिया में
जीकर वो महक उठा
तो सुंदर तो खयाल ही थे
मुझसे सुंदर कौन है?
एक ख्वाब जो कल्पनाओं के शहर में,
तेरा हांथ थाम के पिरोया था
हकीकत जुदा निकली उससे,
उनने तो सिर्फ जुबान ही खोया था,
कह दिया आसानी से
हां तब कहा था, अब नही कर सकते
जरा सी तो बात है
कत्ल भावनाओं का ही तो किया है।
रे पागल! क्यों बैठा इस बात पे,
गिरवी जमीर ही तो रखी थी
क्या कीमत है इस चीज की
देखो वक्त भी बदल गया
तो हैसियत...