हम से छूटे
आप तो खुशियाँ मनाइए की आप हम से छूटे
हम भी मशरूफ है कि आपके हाथ गम से छूटे
कल तलक मुझको जी और जान समझने वाले
ज़रा सोचिए कितनी आसानी से सनम से छूटे
पहले तो कुछ कुछ लिख ही लेता था मगर अब
आपने मुझे क्या छोड़ा मेरे हाथ तो कलम से छूटे
यकीन ना होगा सच कहूँ तो आपके जाने के बाद
वीरान ये दुनिया लगने लगी सारे अलम से छूटे
आपको तो नई दुनिया मिल गई मगर ये बताइए
हमारी कफ़स से एक बार कहिए कसम से छूटे
© कुन्दन
हम भी मशरूफ है कि आपके हाथ गम से छूटे
कल तलक मुझको जी और जान समझने वाले
ज़रा सोचिए कितनी आसानी से सनम से छूटे
पहले तो कुछ कुछ लिख ही लेता था मगर अब
आपने मुझे क्या छोड़ा मेरे हाथ तो कलम से छूटे
यकीन ना होगा सच कहूँ तो आपके जाने के बाद
वीरान ये दुनिया लगने लगी सारे अलम से छूटे
आपको तो नई दुनिया मिल गई मगर ये बताइए
हमारी कफ़स से एक बार कहिए कसम से छूटे
© कुन्दन