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वो बिल्कुल मेरे जैसी थी!
क्या लिखता उसके बारे में
वो बिल्कुल मेरे जैसी थी
मैं था शांत ठंडे पानी सा
वो समुंदर जितनी गहरी थी
वो थी बेखौफ लहरों सी
मुझमे डर की बरसातें थी
मैं उतारता था अश्कों को पन्नो पर
वो कहानियाँ आँखों में सजाती थी
मैं था चमकता धूप सा
उसकी जुल्फों में छांव बेपनाह थी
वो थी बहती हवा सी
मैं उसमें उड़ता परिंदा था
नीले समुंदर सी उसकी आँखें थी
मैं उसमें भटकी नाव था
और क्या लिखूँ उसके बारे में
वो बिल्कुल मेरे जैसी थी
जिंदगी में उसकी कोई और था
और वो मेरे ख्वाबों में आती थी
यार वो बिल्कुल मेरे जैसी थी
वो बिल्कुल मेरे जैसी थी। 💕
© The Silent one
My diary of love ❤
#thesilentone
#Love&love
Image credits - unsplash.com , Google Search
वो बिल्कुल मेरे जैसी थी
मैं था शांत ठंडे पानी सा
वो समुंदर जितनी गहरी थी
वो थी बेखौफ लहरों सी
मुझमे डर की बरसातें थी
मैं उतारता था अश्कों को पन्नो पर
वो कहानियाँ आँखों में सजाती थी
मैं था चमकता धूप सा
उसकी जुल्फों में छांव बेपनाह थी
वो थी बहती हवा सी
मैं उसमें उड़ता परिंदा था
नीले समुंदर सी उसकी आँखें थी
मैं उसमें भटकी नाव था
और क्या लिखूँ उसके बारे में
वो बिल्कुल मेरे जैसी थी
जिंदगी में उसकी कोई और था
और वो मेरे ख्वाबों में आती थी
यार वो बिल्कुल मेरे जैसी थी
वो बिल्कुल मेरे जैसी थी। 💕
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