अनकही
*अनकही*
अब क्या रोना अपनी हसरत पर,
अब क्या शोक इस कफस का,
अब ना हमको...
अब क्या रोना अपनी हसरत पर,
अब क्या शोक इस कफस का,
अब ना हमको...