कुछ नहीं
#WritcoPoemPrompt19
बस कुछ नहीं जिंदगी बेजार सी है
सब है पर खुशी नहीं है
दर्द है लेकिन दावा नहीं है
बस कुछ नहीं, थोरी गुमसुम सी है
दुनिया में सब वहीं पुराने है
लेकिन फिर भी कुछ नया सा है
बस कुछ नहीं, थोरी सी ये बदलाव है।।
बस कुछ नहीं जिंदगी बेजार सी है
सब है पर खुशी नहीं है
दर्द है लेकिन दावा नहीं है
बस कुछ नहीं, थोरी गुमसुम सी है
दुनिया में सब वहीं पुराने है
लेकिन फिर भी कुछ नया सा है
बस कुछ नहीं, थोरी सी ये बदलाव है।।
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