सनम
सिंदूरी शाम हो रही है
उसे ख्याल तो मेरा आया होगा
ये खत क्यों गुलाब सा महक रहा है
जरूर उसने चुमा होगा
इक निगाह में वो सब कुछ कह गयी
ये जादू जैसे हुआ होगा
इक मैं ही हूँ जो तुझे दिल से प्यार करता है
बाकी और रिश्ता मतलब से हुआ होगा
मैं तो तुम्हारी राह में आंखे जला रखा हूँ
तुम्हारा इंतजार कितना मुझे तड़पता होगा
तेरी यादें तेरी खुशबू...
उसे ख्याल तो मेरा आया होगा
ये खत क्यों गुलाब सा महक रहा है
जरूर उसने चुमा होगा
इक निगाह में वो सब कुछ कह गयी
ये जादू जैसे हुआ होगा
इक मैं ही हूँ जो तुझे दिल से प्यार करता है
बाकी और रिश्ता मतलब से हुआ होगा
मैं तो तुम्हारी राह में आंखे जला रखा हूँ
तुम्हारा इंतजार कितना मुझे तड़पता होगा
तेरी यादें तेरी खुशबू...