मन की आँधी
मिरे इस "मन की आँधी" को कोई आराम क्या देगा
मुझे सब ज़ख़्म ही देंगे नहीं कोई दवा देगा
जो हर इक बात पर बोले तुम्हारा दोस्त हूँ सच्चा
समझ जाना बहुत ही जल्द वो तुमको दग़ा देगा
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मुझे सब ज़ख़्म ही देंगे नहीं कोई दवा देगा
जो हर इक बात पर बोले तुम्हारा दोस्त हूँ सच्चा
समझ जाना बहुत ही जल्द वो तुमको दग़ा देगा
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