अब ये मुमकिन नहीं...
खुद को कहां से लाऊं ,अब ये मुमकिन नहीं..!
मैं पहले जैसी हो जाऊं ,अब ये मुमकिन नहीं..!
टूटते हुए देखा है मैंने,खुद को खुद के ही अंदर
वो दर्द कैसे सुनाऊं ,अब ये मुमकिन नहीं..!
मैं पहले जैसी हो जाऊं,
अब ये मुमकिन नहीं....
निभा नहीं पाई,खुद से खुद का रिश्ता
कोई और किरदार निभाऊं ,अब ये मुमकिन नहीं..!
मैं पहले जैसी हो जाऊं
अब ये मुमकिन नहीं..!
© shirri__
मैं पहले जैसी हो जाऊं ,अब ये मुमकिन नहीं..!
टूटते हुए देखा है मैंने,खुद को खुद के ही अंदर
वो दर्द कैसे सुनाऊं ,अब ये मुमकिन नहीं..!
मैं पहले जैसी हो जाऊं,
अब ये मुमकिन नहीं....
निभा नहीं पाई,खुद से खुद का रिश्ता
कोई और किरदार निभाऊं ,अब ये मुमकिन नहीं..!
मैं पहले जैसी हो जाऊं
अब ये मुमकिन नहीं..!
© shirri__