...

16 views

प्रेम
ना भाई,
ना पिता,
ना पति,
ना राजा,
ना योद्धा,
ना धनी,
ना ज्ञानी,
सिर्फ प्रेम ही जीता सकता हैं,
एक सम्पूर्ण स्त्री को।




--------------------------
अखण्ड प्रताप ' हितैषी '
© All Rights Reserved