हाँ, मैं तुम्हें पूजती भी हूँ...
कहती ही नहीं मानती भी हूँ
सोचती ही नहीं जताती भी हूँ....
माना रहती हूँ दूर तुम से मीलों
हर धड़कन के साथ अपनी,
तुम्हें जीती भी हूँ.....
माना जवाब मैं दे...
सोचती ही नहीं जताती भी हूँ....
माना रहती हूँ दूर तुम से मीलों
हर धड़कन के साथ अपनी,
तुम्हें जीती भी हूँ.....
माना जवाब मैं दे...