अनुशासन बिन ज्ञान अधूरा
माना कि हो कोई विद्वान
हर विषयों का उसे हो ज्ञान।
यदि रखता हो आचरण बुरा, फिर तो
अनुशासन बिन ज्ञान अधूरा।
चाँद सितारों से भरा आसमान हो।
फिर भी न मिटा पाते वो अँधकार को
व्यर्थ कहूँ अन्य ग्रह नक्षत्रों को या कहूँ
बिन सूरज के आसमान अधूरा।
वैसे हीं अनुशासन बिन ज्ञान अधूरा।
सूंदर काया हो स्वर्ण रूप रंग ।
पर न हो नैतिकता न मर्यादित भाषा का ढंग।
लाख कमा लो धन दौलत पर ...
हर विषयों का उसे हो ज्ञान।
यदि रखता हो आचरण बुरा, फिर तो
अनुशासन बिन ज्ञान अधूरा।
चाँद सितारों से भरा आसमान हो।
फिर भी न मिटा पाते वो अँधकार को
व्यर्थ कहूँ अन्य ग्रह नक्षत्रों को या कहूँ
बिन सूरज के आसमान अधूरा।
वैसे हीं अनुशासन बिन ज्ञान अधूरा।
सूंदर काया हो स्वर्ण रूप रंग ।
पर न हो नैतिकता न मर्यादित भाषा का ढंग।
लाख कमा लो धन दौलत पर ...