सच-झूठ
वो पुरानी कहानी
आज याद फिर आने लगी
खेतों के बीच एक कुंए के किनारे
किसी ने सुनाई थी हमें
रोटी, सूखे नमक, आलू उबले हुए
और थोड़ा सा गुड़ मीठे के लिए
कहानी क्या थी, तज़ुर्बा था किसी का
वो एक बात कहने के लिए
सच तो सच है जो कई कह गए
पर उस सच को माना कोई न...
आज याद फिर आने लगी
खेतों के बीच एक कुंए के किनारे
किसी ने सुनाई थी हमें
रोटी, सूखे नमक, आलू उबले हुए
और थोड़ा सा गुड़ मीठे के लिए
कहानी क्या थी, तज़ुर्बा था किसी का
वो एक बात कहने के लिए
सच तो सच है जो कई कह गए
पर उस सच को माना कोई न...