सिलसिला
सिलसिला यूंही चलता रहता तो अच्छा होता,
उससे रोज़ मिलता रहता तो अच्छा होता,
बारिश की बूंदों में बनी ये दोस्ती,
बूंद से सागर होती तो अच्छा होता,
एक दिन की टकरार का ये...
उससे रोज़ मिलता रहता तो अच्छा होता,
बारिश की बूंदों में बनी ये दोस्ती,
बूंद से सागर होती तो अच्छा होता,
एक दिन की टकरार का ये...