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ज़िन्दगी के नए उसुल
अब हमें अपनी जिंदगी में ये उसुल अपनाने है. किसी से उम्मीद नहीं रखनी , किसी पर हद से ज्यादा यकीन नहीं करना , दिल की बात हर किसी को नहीं बतानी, अकेले रहना और हर हाल में खुश रहना , देख लिया ये मतलबी दुनिया को भरोसे के लायक नहीं, चुप हुं,बेबकूफ नहीं, थोड़ी सी बेचैन हुं अभी, पर अंधी नहीं , देख सकती हुं कौन क्या है, समझ सकती हूं कौन कैसा है, नारी हुं , पर बेचारी नहीं, बुरा नहीं चाहते किसी का , पर कोई हमें चोट पहुंचाए , और हम चोट खाते जाएं ,इतने हम महान नहीं , क्योंकि जनाब हम इंसान हैं , नहीं है भगवान कोई, समझ आ गया इस दुनिया के लोग भरोसे के लायक नहीं, अरे नारी का सम्मान नहीं कर सकते तो कम से कम उसके आत्म सम्मान को ठेस तो न पहुंचाए, तुम नहीं जानते सकते उसने तुम पर दुनिया से दर्द और धोखा मिलने के बाद भी भरोसा किया और तुमने क्या किया प्यार के नाम पर उसके ही आत्म सम्मान से खिलबाड़ करने लगे, अगर तुम सच में एक लड़की से सच्ची मोहब्बत करते ना तो उसकी इज्जत कि रक्षा करते न कि उसको कपड़े उतारने को कहते,आज हमें शर्म आती है कि हम इस समाज में रह रहे हैं जहां प्यार के नाम पर लड़कियों के इज्जत के साथ खिलवाड़ हो रहा है, आज हम उन सभी लड़कों से एक बात जरूर कहेंगे बन्द करो किसी लड़की के फिलिंग के साथ खिलवाड़ करना यह क्यों भुल जाते जो कि तुम्हारे घर में भी लड़कियां, मां, बहन , बेटी है, अगर वह नहीं होते तो तुम नहीं होते, एक लड़की की इज्जत उसके लिए उसकी पुजी है उसके माता-पिता का सम्मान है, तो क्यों समाज में आज लड़कियांओ के साथ ऐसा हो रहा आज क्यों लोग हर लड़की को गन्दी नजर से देखते हैं, ‌लडकी के साथ कुछ गलत होता है तो आज समाज लड़की वो ही दोष देने लग जाते हैं उन्हें ही शक कि निगाह से देखा जाता है, उनके ही परवरिश पर उंगली उठाई जाती है, समाज में लड़कियों का जीना मुश्किल कर देते हैं, अरे इतना ही ऊंगली उठाने का शौक है तो एक लड़की की इज्ज़त से साथ खिलवाड़ करने वाले को कुछ क्यों नहीं कहते, अरे नवरात्रि नौ दिन जिस कन्या को पुजते हो, बाद में उसी कन्या की इज्जत से खिलवाड़ करते हो, अरे नौ दिन कन्या पुजने से कुछ नहीं होगा, जब तुम उसकी इज्जत कि रक्षा ही नहीं कर सकते तो उसे नौ दिन पुजने का भी कोई हक नहीं है तुम्हारा, अरे ऐसे लोग इंसान कहलाने लायक ही नहीं शर्म आती है हमें कि हम भी ऐसे समाज का हिस्सा है जहां नारी का सम्मान नहीं बल्कि प्यार के नाम पर उसके इज्जत के खिलबाड़ होता है , नफ़रत करते हैं हम इस दुनिया के लोगों से , यहां के लोग किसी भी भरोसे के लायक नहीं अरे इंसान से अच्छा तो जानवर है कम से कम वह किसी के साथ मतलब का तो रिश्ता तो नहीं रखते, प्लीज़ हर नारी का सम्मान करे, यह मत भुले जब नारी नव शक्ति का अवतार है समय आने पर समाज से ऐसे लोगों का सर्व नाश कर सकती है,