बच्चे #children's day
#ChildrensDay
दुनिया की गहमा गहमी से परे, जिनकी अलग एक दुनिया हो, वो बच्चे होते हैं..
माटी को समझ के चंदन, तन बदन पर मलते रहते हो, वो बच्चे होते हैं..
अपने -पराये के भेद से परे, बैर भाव से जिनकी दूरियां हो, वो बच्चे होते हैं..
धरा को समझ के घर आंगन, नंगे पांव...
दुनिया की गहमा गहमी से परे, जिनकी अलग एक दुनिया हो, वो बच्चे होते हैं..
माटी को समझ के चंदन, तन बदन पर मलते रहते हो, वो बच्चे होते हैं..
अपने -पराये के भेद से परे, बैर भाव से जिनकी दूरियां हो, वो बच्चे होते हैं..
धरा को समझ के घर आंगन, नंगे पांव...