समय
सुन रे मुर्ख , मत गवा मुझे,
मैं ही वो मसीहा हूँ,..............
जो तुझे बुलंदियो तक पहुँचाऊँगी।
साथ चल मेरे ,
तुझे इस दुनिया कि असलियत दिखाऊँगी।
ठोकर तो तु खाएगा ,............
लेकिन ये ठोकर तुझे और भी मजबुत बनाएगा
मै कभी भी झुकता नहीं हूँ,
और ना कभी रूकता हूँ।
अच्छे-अच्छो को , झुकाया है मैनें.........
तो तु किस खेत कि मुली हैं
वक्त सबसे बङा हैं,
इससे बङा न कोय
जो इसका अनुसरण करें
सफल व्यक्ति होय।🕑🕑
It is truly said Time and tide wait for non
© SUHANI
मैं ही वो मसीहा हूँ,..............
जो तुझे बुलंदियो तक पहुँचाऊँगी।
साथ चल मेरे ,
तुझे इस दुनिया कि असलियत दिखाऊँगी।
ठोकर तो तु खाएगा ,............
लेकिन ये ठोकर तुझे और भी मजबुत बनाएगा
मै कभी भी झुकता नहीं हूँ,
और ना कभी रूकता हूँ।
अच्छे-अच्छो को , झुकाया है मैनें.........
तो तु किस खेत कि मुली हैं
वक्त सबसे बङा हैं,
इससे बङा न कोय
जो इसका अनुसरण करें
सफल व्यक्ति होय।🕑🕑
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© SUHANI