समय
सुन रे मुर्ख , मत गवा मुझे,
मैं ही वो मसीहा हूँ,..............
जो तुझे बुलंदियो तक पहुँचाऊँगी।
साथ चल मेरे ,
तुझे इस दुनिया कि असलियत दिखाऊँगी।
ठोकर तो तु खाएगा ,...............
मैं ही वो मसीहा हूँ,..............
जो तुझे बुलंदियो तक पहुँचाऊँगी।
साथ चल मेरे ,
तुझे इस दुनिया कि असलियत दिखाऊँगी।
ठोकर तो तु खाएगा ,...............