...

11 views

रंग
रंगों का विस्तृत प्रसार है, रँगा हुआ सारा संसार
रंग चढ़ा ले ऐसा मानव हो जाये तू भव से पार
रंग किसी में लोभ मोह सा रंग किसी में है आचार
रंग अवलोकन, रंग विमोचन, रंग युक्त जग का विस्तार
रंग भक्ति का, रंग भक्त का, रग रग में है रंग हजार
रंग धर्म का, रंग रूप का, रंग भेद का है व्यापार
रंग ही बदले, रंग ही शाश्वत, रंग देह आत्मा का सार
रंग स्त्री का रंग पुरुष का, रंगमंच का रंग आधार
रंग मित्र का रंग शत्रु का, रंग प्रेम का प्रबल अपार
रंग प्रश्न का, रंग उत्तर का, शास्त्रार्थों में रंग प्रहार
रंग का होवे पूजा अर्चन, रंग से उपजे सभी विकार
रंग ही रूठे रंग मनावे , रंगों सा मानव व्यवहार
रंग ही तृप्ती, रंग ही तृष्णा, रंग ही पूरक है आहार
रंगों का विस्तृत प्रसार है, रँगा हुआ सारा संसार
रंग चढ़ा ले ऐसा मानव हो जाये तू भव से पार
© All Rights Reserved