Bhai-Behen
क्या बन जाऊं वो हाथ, जो तेरे आंसू पूछे ।
या बन जाऊं वो वजह, जो तेरी मुस्कान बने।।
बातें कहना चाहता हूं तुझे, जो है मेरी जुबान पर।
इसीलिये मांग लिये शब्द सभी, तारों से रात भर।।
Tuition से घर तक का सफर कर लेता था लंबा।
10 min ही सही बात करने का जो मिलता था लम्हा।।
छूट गया सब कुछ इस ज़माने की भाग दौड़ में।
ढूंढ लेता...
या बन जाऊं वो वजह, जो तेरी मुस्कान बने।।
बातें कहना चाहता हूं तुझे, जो है मेरी जुबान पर।
इसीलिये मांग लिये शब्द सभी, तारों से रात भर।।
Tuition से घर तक का सफर कर लेता था लंबा।
10 min ही सही बात करने का जो मिलता था लम्हा।।
छूट गया सब कुछ इस ज़माने की भाग दौड़ में।
ढूंढ लेता...