याद किया है
एक उम्र गुज़ारी है जैसे शायद अरसे बाद किया है
अरमानों से देखे थे जो उन ख़्वाबों को याद किया है
ज़हमत का अपनी हमने लफ़्ज़ों में अनुवाद किया है
वाह बटोरी जग भर से और खुद को बर्बाद किया है
© random_kahaniyaan
अरमानों से देखे थे जो उन ख़्वाबों को याद किया है
ज़हमत का अपनी हमने लफ़्ज़ों में अनुवाद किया है
वाह बटोरी जग भर से और खुद को बर्बाद किया है
© random_kahaniyaan