यह गणतंत्र है ...
यह महापर्व है,
ये गणराज्यों का गणतंत्र है।
असंख्य माँ के सपूतों ने जान गवाई है,
तब जाकर कहीं यह शुभ घड़ी आई है।
हम भूल न जाए शहीदों के उन बलिदानों को,
इसलिए लहराते तिरंगे ने
शहीदों की गाथाएं गाई है।
इस मातृभूमि के खातिर कई दर्द,
कई यातनाएं वीरों ने सही,
अंतिम श्वास भी उनकी वंदे मातरम् ही कहे।...
ये गणराज्यों का गणतंत्र है।
असंख्य माँ के सपूतों ने जान गवाई है,
तब जाकर कहीं यह शुभ घड़ी आई है।
हम भूल न जाए शहीदों के उन बलिदानों को,
इसलिए लहराते तिरंगे ने
शहीदों की गाथाएं गाई है।
इस मातृभूमि के खातिर कई दर्द,
कई यातनाएं वीरों ने सही,
अंतिम श्वास भी उनकी वंदे मातरम् ही कहे।...