खामोशी
ओढकर खामोशी दिल चल पडा
मोडकर खुद को अब निकल पडा।
कया होगा ये तो रब ही जाने सनम
तोडकर दिल्लगी कोनो...
मोडकर खुद को अब निकल पडा।
कया होगा ये तो रब ही जाने सनम
तोडकर दिल्लगी कोनो...