हमारी जिंदगी..
इस अजनबी सी दुनियां में अपना भी कुछ नाम था
अब ये दुनिया ऐसी हो गई... कोई मिलता है तो कहता है...भाई तुझसे कुछ काम था।
आज कल के रिश्ते भी वही दिखते हैं..
जहां पैसा रहता है
वरना कौन किसी को पूछता है...तू कैसा है।
इस मतलब की दुनिया में सभी का हाल यही रहे...
जो तेरे मुंह पर तेरे और मेरे मुंह पर मेरे है
झूठ की दुनिया है जनाब यहां अपनों के भी कई चेहरे हैं।
ये अपने ना आपके है ना ही मेरे है।
तो इतना क्यूं सोचना की कोई क्या सोचेगा
किसी को कुछ फर्क नहीं पड़ता कि हम कैसे हैं
तो किसी को सोचकर दुखी क्यों होना
चार दिन की जिंदगी है अच्छे से जीना
so enjoy every पल
don't wait for कल...
© ...
अब ये दुनिया ऐसी हो गई... कोई मिलता है तो कहता है...भाई तुझसे कुछ काम था।
आज कल के रिश्ते भी वही दिखते हैं..
जहां पैसा रहता है
वरना कौन किसी को पूछता है...तू कैसा है।
इस मतलब की दुनिया में सभी का हाल यही रहे...
जो तेरे मुंह पर तेरे और मेरे मुंह पर मेरे है
झूठ की दुनिया है जनाब यहां अपनों के भी कई चेहरे हैं।
ये अपने ना आपके है ना ही मेरे है।
तो इतना क्यूं सोचना की कोई क्या सोचेगा
किसी को कुछ फर्क नहीं पड़ता कि हम कैसे हैं
तो किसी को सोचकर दुखी क्यों होना
चार दिन की जिंदगी है अच्छे से जीना
so enjoy every पल
don't wait for कल...
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