...

16 views

स्पर्श 💔💔
वो बोली,😊

वैश्या जैसा हाल मेरा जिस्मानी धंधा बन रहा है,
मंगलसूत्र यूं लगे जैसे गले में फंदा पड़ रहा है,
"बाबा"सच को मान ले क्यों जिदंगी को सूली में टांगता है,
डेढ़ साल हो गए मेरे व्याह को दादा पोता मांगता है,
सांस रुकने वाली थी मैं कब तक खुद को मजबूर करती,
सिंदूर भर के के आया था मैं कब तक उसे मजबूर करती,
चेहरे में बेशक मुस्कान हो लेकिन आत्मा को रोना...