जाने कैसा ये कलयुग आ रहा है ।
इस धरती पर जाने कैसा कलयुग आ रहा है
इंसान इंसान से नफ़रत कर जानवरों पर प्यार लुटा रहा है।
कभी होती थी शर्म जिनको गाय और भैंस अपने आँगन में पालने पर
आज वो भी बड़ी शान से अपने घर में कुत्ते और बिल्ली ला रहा है ।
इस धरती पर जाने कैसा कलयुग आ रहा है
अपने बूढ़े माँ बाप को ये बोलकर घर में कमरे कम हैं
सेवा न करनी पड़ी अपने माँ बाप इसलिए उनको वृधा आश्रम भेजा रहा है ।
अपने बुजुर्ग माँ बाप को वृधा आश्रम में छोड़ कर
वही इन्सान अपने घर में कुत्ते बिल्ली के रहने के लिए अलग अलग कमरे बनवा रहा है ।
इस...
इंसान इंसान से नफ़रत कर जानवरों पर प्यार लुटा रहा है।
कभी होती थी शर्म जिनको गाय और भैंस अपने आँगन में पालने पर
आज वो भी बड़ी शान से अपने घर में कुत्ते और बिल्ली ला रहा है ।
इस धरती पर जाने कैसा कलयुग आ रहा है
अपने बूढ़े माँ बाप को ये बोलकर घर में कमरे कम हैं
सेवा न करनी पड़ी अपने माँ बाप इसलिए उनको वृधा आश्रम भेजा रहा है ।
अपने बुजुर्ग माँ बाप को वृधा आश्रम में छोड़ कर
वही इन्सान अपने घर में कुत्ते बिल्ली के रहने के लिए अलग अलग कमरे बनवा रहा है ।
इस...