कालापन
है शाम का रंग!
है श्याम का रंग!!
दिल का मेरा प्यारा!
मेरा अपना काला रंग!!
नकारता सभी की सत्ता को!
विमुखता को व्यक्त ये करता है!!
प्रतिशोध और द्वंद का संकेत भी!
मेरा काला रंग ही देता है!!
मानता जग अशुभ इसे है!
मेरे लिए ये है जग से निराला !!
हिमालया पर बैठा डमरू वाला!
गले मे उसने भी नाग काला ही डाला!!
हो तामसिक भले ही...
है श्याम का रंग!!
दिल का मेरा प्यारा!
मेरा अपना काला रंग!!
नकारता सभी की सत्ता को!
विमुखता को व्यक्त ये करता है!!
प्रतिशोध और द्वंद का संकेत भी!
मेरा काला रंग ही देता है!!
मानता जग अशुभ इसे है!
मेरे लिए ये है जग से निराला !!
हिमालया पर बैठा डमरू वाला!
गले मे उसने भी नाग काला ही डाला!!
हो तामसिक भले ही...