डिजिटल जिंदगी
#डिजिटलअनुगूंज
पहले जो तरसती थी आंखे ,
मिलन कब अपने प्रियेजनो से हो ।
हर रोज मिलते है अब तो,
जैसे बस चंद मिनट की दूरी हो।
(video call)
जो एक प्रश्न के उत्तर के लिए,
पढ़ जाते थे,पुरा किताब।
अब यूँ झट से मिल जाते है,
जैसे हो चंद मिनटों की बात,
(google)...
पहले जो तरसती थी आंखे ,
मिलन कब अपने प्रियेजनो से हो ।
हर रोज मिलते है अब तो,
जैसे बस चंद मिनट की दूरी हो।
(video call)
जो एक प्रश्न के उत्तर के लिए,
पढ़ जाते थे,पुरा किताब।
अब यूँ झट से मिल जाते है,
जैसे हो चंद मिनटों की बात,
(google)...