वो फ़रेबी
मैं उड़ना चाहतीं थीं, निश्छल प्रेम में ,
उड़ान भरी मैंने, एक मासूम परिंदे सी।
प्रेम रूपी आसमां में बहुत से परिंदे थे ,
मगर मुझे पसंद आया एक ऐसा परिंदा।
जिसे मासूम परिंदों का शिकार करना...
उड़ान भरी मैंने, एक मासूम परिंदे सी।
प्रेम रूपी आसमां में बहुत से परिंदे थे ,
मगर मुझे पसंद आया एक ऐसा परिंदा।
जिसे मासूम परिंदों का शिकार करना...