उनके दर्द के समय
दूसरों के दर्द पर उपदेश नहीं,साथ दीजिये। उनकी सुनिए। आप उन्हें नहीं जानते। उनके दर्द को आप देख नहीं सकते। उन्हें आपकी सलाह की जरुरत नहीं है। वे आपकी उपस्थिति को चाहते हैं। उन्हें सुनने वालों की बेहद जरुरत है।
©संभव टाईटस
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