मेरी तन्हाई
मेरी तन्हाई
थीं मेरे साथ,
मेरे जिक्र के पन्नो में,
हररोज आती थीं,
कुछ बातें दिल की गुनगुनाती थीं,
कुछ हद से ज्यादा चोट...
थीं मेरे साथ,
मेरे जिक्र के पन्नो में,
हररोज आती थीं,
कुछ बातें दिल की गुनगुनाती थीं,
कुछ हद से ज्यादा चोट...