मौन कर जाते है...🤫
रात होते ही....
रात होते ही फलक पे सितारे जगमगाते हैं.
वो चुपके से दबे पांव मुझसे मिलने आते हैं..
याद रहे बस नाम उनका भूल के जमाने को वो चुनरी को इस तरह मेरे चेहरे पे गिराते हैं...
सौ गम और हज़ार ज़ख़्म हो चाहे...
दुनिया के हर दर्द भूल जाये कुछ इस तरह...
रात होते ही फलक पे सितारे जगमगाते हैं.
वो चुपके से दबे पांव मुझसे मिलने आते हैं..
याद रहे बस नाम उनका भूल के जमाने को वो चुनरी को इस तरह मेरे चेहरे पे गिराते हैं...
सौ गम और हज़ार ज़ख़्म हो चाहे...
दुनिया के हर दर्द भूल जाये कुछ इस तरह...