दिल को क्या संभालती
दिल को क्या संभालती
जब प्यार मुझे उसमें दिखता है
एक रोज़ की बात थी
अपने मुलाक़ात की शाम थी
यूँ हम लड़कियों के ज़ुल्फ़े
ये लड़के संभालते बहुत है
पर उस दिन की बात कुछ अलग थी
वो कैमरे में और फोटोग्राफर मैं थी
बिच में उसकी एक लट
बड़ा उसे सता रही थी
मैंने जितनी दफा संभाला
उतनी...
जब प्यार मुझे उसमें दिखता है
एक रोज़ की बात थी
अपने मुलाक़ात की शाम थी
यूँ हम लड़कियों के ज़ुल्फ़े
ये लड़के संभालते बहुत है
पर उस दिन की बात कुछ अलग थी
वो कैमरे में और फोटोग्राफर मैं थी
बिच में उसकी एक लट
बड़ा उसे सता रही थी
मैंने जितनी दफा संभाला
उतनी...