एक गुलाब उनके लिए....
नजरों की क़ातिल नज़र पड़ी जब हम पर;
दिल जोरों से धड़का ,लुट गए हम उन पर;
मौन खड़े बस इक टक देखते ही रह गए,
क्या कहें उनसे,क्या बीत रही अब दिल पर।
चारो तरफ उनको ढूंढती मेरी बेचैन नज़र;...
दिल जोरों से धड़का ,लुट गए हम उन पर;
मौन खड़े बस इक टक देखते ही रह गए,
क्या कहें उनसे,क्या बीत रही अब दिल पर।
चारो तरफ उनको ढूंढती मेरी बेचैन नज़र;...