ऐ जिंदगी
सुन ए जिंदगी..
छत्तीस का आंकड़ा है हमारे बीच..
नदी के दो किनारे की तरह हैं हम..
हमारे बीच है तो बस ये साँसों की दीवार..
तुम उषा की लालिमा हो, मैं ढ़लती साँझ हूँ..
तुम जहां में...
छत्तीस का आंकड़ा है हमारे बीच..
नदी के दो किनारे की तरह हैं हम..
हमारे बीच है तो बस ये साँसों की दीवार..
तुम उषा की लालिमा हो, मैं ढ़लती साँझ हूँ..
तुम जहां में...